पर्यावरण का तात्पर्य जीवित जीवों के परिवेश से है। इसे आवास भी कहा जाता है। इसमें जीवित और निर्जीव दोनों चीजें शामिल हैं। जीवित चीजें जैसे कि जानवर, पौधे आदि अन्य जीवित और निर्जीव दोनों चीजों के साथ परस्पर क्रिया करते हैं। इसी प्रकार, निर्जीव वस्तुएँ जैसे मिट्टी, पानी, जलवायु, तापमान, वायु, आदि अन्य निर्जीव और सजीव वस्तुओं के साथ परस्पर क्रिया करती हैं। पारिस्थितिकी विज्ञान की वह शाखा है जो जीवों और उनके पर्यावरण के बीच परस्पर क्रिया का अध्ययन करती है।
विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए वर्षों से हर साल 5 जून को मनाया जाने वाला एक अभियान है।