वायु प्रदूषण को हवा में हानिकारक पदार्थों के प्रवेश के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसके परिणामस्वरूप पर्यावरण और मानवता पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। यह मानवीय और प्राकृतिक दोनों गतिविधियों का परिणाम है। जीवाश्म ईंधन की लगातार बढ़ती मात्रा, उद्योगों और वाहनों से उत्सर्जन, ज्वालामुखी विस्फोट, जंगल की आग जैसी प्राकृतिक घटनाएं वायु प्रदूषण का कारण बन सकती हैं।