इम्यूनोलॉजी मुख्य रूप से मेजबान-रोगज़नक़ बातचीत से संबंधित है जिसके परिणामस्वरूप शरीर के भीतर संक्रमण, सूजन और प्रतिक्रिया जैसे विभिन्न विकास होते हैं जो विदेशी निकायों से लड़ने के लिए शरीर की अंतर्निहित प्रतिरक्षा तंत्र हैं। माइक्रोबायोलॉजी अध्ययन का एक क्षेत्र है जो मुख्य रूप से विभिन्न सूक्ष्मजीवों के अध्ययन से संबंधित है जो बीमारियों और मेजबान की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का कारण बनते हैं। इस विषय के अंतर्गत अध्ययन का उद्देश्य मुख्य रूप से उपयुक्त एंटी-बायोटिक विकसित करना, संक्रमणों का पता लगाने और निदान के लिए तरीके विकसित करना, पर्यावरणीय दूषित पदार्थों की पहचान करना, टीकाकरण टीके विकसित करना, महामारी पैदा करने वाली बीमारियों का उन्मूलन और विभिन्न ऑटो-प्रतिरक्षा विकारों के उपचार में सुधार करना है।
जर्नल प्रभाव कारक | 5.33 |
जर्नल प्रभाव कारक | 6 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 14.56 |
जर्नल प्रभाव कारक | 2 |
जर्नल प्रभाव कारक | 10 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 3.31 |
जर्नल प्रभाव कारक | 1.42 |
जर्नल प्रभाव कारक | 6 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 2.78 |
जर्नल प्रभाव कारक | 0.22 |
जर्नल प्रभाव कारक | 3 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 1.24 |
जर्नल प्रभाव कारक | 0.16 |
जर्नल प्रभाव कारक | 4 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 0.27 |
जर्नल प्रभाव कारक | 0.16 |
जर्नल प्रभाव कारक | 2 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 0.27 |
जर्नल प्रभाव कारक | 2 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 0.11 |
जर्नल प्रभाव कारक | 1 |
जर्नल एच-इंडेक्स | 2.65 |